हम सभी विदित ही हैं कि हिंदी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है I
राष्ट्र भाषा हिंदी के प्रति इस दिन सम्मान भाव प्रकट करने के ध्येय से कई आयोजन किए जाते हैं। सरकारी कार्यालयों में इस दिन सारे संवाद हिंदी में किए जाने दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं| I
काफी विचार-विमर्श करने के बाद 14 सितंबर, 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। इसका उल्लेख संविधान के अनुच्छेद 343 (1) में किया गया है ,जिसके अनुसार भारत की राजभाषा “हिंदी” और लिपि “देवनागरी” है । वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितम्बर को प्रतिवर्ष हिन्दी-दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हर वर्ष की भांति इस साल भी 14 सितंबर को देशभर में हिंदी दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष एरीज में हिंदी पखवाड़े का आयोजन 14 सितम्बर से 28 सितम्बर तक किया गया|
विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी एरीज में इस उपलक्ष्य पर हिंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हिंदी भाषा में कुछ प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी, जिसकी विवरण निम्नवत है -
क्रमांक | प्रतियोगिता का नाम | दिनांक | समय | स्थान |
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१. | हिंदी निबंध प्रतियोगिता (हिंदी भाषी एवं अहिन्दी भाषी) |
२१-९-२०२० | ११:३० बजे | ऑडिटोरियम |
२. | अनुवाद प्रतियोगिता | २२-९-२०२० | ११:३० बजे | ऑडिटोरियम |
३. | श्रुत लेख प्रतियोगिता | २२-९-२०२० | १२:३० बजे | ऑडिटोरियम |
४. | हिंदी टंकण प्रतियोगिता | २२-९-२०२० | ०४:०० बजे | मुख्य भवन |
हिंदी निबंध प्रतियोगिता में हिंदी भाषी वर्ग में 20 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया, जबकि हिन्दीतर वर्ग में 3 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया । इसी प्रकार अनुवाद प्रतियोगिता में हिंदी भाषी वर्ग में 28 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया, जबकि हिन्दीतर वर्ग में 6 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया । श्रुतलेख प्रतियोगिता में हिंदी भाषी वर्ग 31 में प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया, जबकि हिन्दीतर वर्ग में 6 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया । हिंदी टंकण प्रतियोगिता में 12 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया । प्रतियोगिता के दौरान सभी प्रतिभागियों ने सामाजिक दूरी का पालन किया एवं कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के अनुपालन सुनिश्चित किया गया।
प्रतियोगिता में विजेता रहे प्रतिभागियों का विवरण निम्नवत है :
निबंध प्रतियोगिता
हिंदी भाषी वर्ग | हिन्दीतर वर्ग |
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प्रथम पुरुस्कार- हिमाँशु रावत | प्रथम पुरुस्कार- संजीत साहू |
द्वितीय पुरुस्कार- आकांक्षा राजपूत | द्वितीय पुरुस्कार- प्रदीप चक्रवर्ती |
तृतीय पुरुस्कार- अश्वनी पांडे | तृतीय पुरुस्कार- शिल्पा सरकार |
प्रोत्साहन पुरुस्कार- नवीन चंद्र आर्य |
अनुवाद प्रतियोगिता
हिंदी भाषी वर्ग | हिन्दीतर वर्ग |
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प्रथम पुरुस्कार- डॉ कुंतल मिश्रा | प्रथम पुरुस्कार- संजीत साहू |
द्वितीय पुरुस्कार- आदित्य जायसवाल | द्वितीय पुरुस्कार- प्रदीप चक्रवर्ती |
तृतीय पुरुस्कार- निकिता रावत | तृतीय पुरुस्कार- मंजुनाथ हेगड़े |
प्रोत्साहन पुरुस्कार- नितिन वशिष्ठ |
श्रुतलेख प्रतियोगिता
हिंदी भाषी वर्ग | हिन्दीतर वर्ग |
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प्रथम पुरुस्कार- आकांक्षा राजपूत | प्रथम पुरुस्कार- संजीत साहू |
द्वितीय पुरुस्कार- निकिता रावत | द्वितीय पुरुस्कार- प्रदीप चक्रवर्ती |
तृतीय पुरुस्कार- गणेश सिंह धामी | तृतीय पुरुस्कार- शिल्पा सरकार |
प्रोत्साहन पुरुस्कार- आदित्य जायसवाल |
हिंदी टंकण प्रतियोगिता |
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प्रथम पुरुस्कार- हिमांशु विद्यार्थी |
द्वितीय पुरुस्कार- राजीव कुमार जोशी |
तृतीय पुरुस्कार- वीरेंद्र कुमार सिंह |
प्रोत्साहन पुरुस्कार- जितेन्द्र शर्मा |
मूल्यांकन के अनुसार हिंदी भाषी तथा हिन्दीतर क्षेत्र के विजेताओं को अलग-अलग पुरुस्कार तथा प्रमाण पत्र दिया गया। प्रतियोगिता में पुरूस्कार विजेताओं को प्रथम पुरुस्कार रु० 2500/-, द्वितीय पुरुस्कार रु० 2000/- एवं तृतीय पुरुस्कार रु० 1500/- और प्रोत्साहन पुरुस्कार रु० 1000/- दिए गए। प्रतियोगिता के दौरान सभी प्रतिभागी सामाजिक दूरी का पालन करेंगे एवं कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करना सुनिश्चित किया।
सभी विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान पुरुस्कृत किया गया | इस अवसर पर संस्थान के निदेशक महोदय द्वारा कार्यालय के कार्यों को यथासंभव हिंदी में करने पर जोर दिया गया | उन्होंने कहा कि मातृभाषा का स्थान सभी भाषाओँ में सर्वोच्च है और हिंदी की गरिमा को और अधिक बल देने की जरूरत है |
सभा के समापन पर सभी उपस्थित कार्मिकों द्वारा हिंदी को हर कार्य में बढ़ावा देने का प्रण लिया गया | इसी प्रण के साथ हिंदी पखवाड़ा वर्ष २०२० का समापन किया गया | आयोजन समिति ने सभी प्रतिभागियों को विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया |
सादर,
मोहित जोशी
हिंदी अधिकारी
एरीज